नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने टूलकिल (Toolkit Case) के मामले में गूगल को नोटिस भेज दिया है और जानकारी मांगी है इस केस की, कैसे और कहां से ये सोशल मीडिया पर अपलोड हुआ है। इस सबकी जांच साइबर सेल कर रही है, और किसान आंदोलन के जारिए से ये केस विवादों का हिस्सा बन गया है और इसके चलते आए दिन कोई ना कोई झूठी अफवाहों का शिकार देश बन रहा है।
किसान आंदोलन के चलते दिल्ली- गाजियाबाद के कई रास्तों पर भारी ट्रैफिक
टूलकिट केस को लेकर विवाद
दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि- साइबर सेल सोशल मीडिया पर नजरें बनाए हुए हैं। इसी दौरान पुलिस को सोशल मीडिया अकाउंट से अपलोड किया हुआ एक डॉक्यूमेंट हाथ लगा। इस डॉक्यूमेंट का नाम टूलकिट है। कथित तौर पर टूलकिट को खालिस्तानी संगठन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन ने लिखा है।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने 4 फरवरी को सोशल मीडिया पर डॉक्यूमेंट को लेकर देशद्रोह व अपराधिक षडयंत्र का मामला दर्ज किया था। बताया गया है कि टूलकिट के जारिए भारत की छवि खराब की जा रही है और भारत में नफरत फैलाई जा रही है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि एफआईआर में किसी को नामजद नहीं किया गया है। एफआईआर टूल किट बनाने के खिलाफ दर्ज की गई है।
Delhi Police has taken cognizance of a 'Toolkit Document' found on a social media platform that predates and indicates a copycat execution of a conspiracy behind the 26Jan violence. The call was to wage economic, social, cultural and regional war against India.
— #DilKiPolice Delhi Police (@DelhiPolice) February 4, 2021
कई सारी अफवाहों में ग्रेटा थनबर्ग का नाम सामने आ रहा है परंतु दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त(अपराध) प्रवीर रंजन ने देर शाम सफाई देते हुए कहा कि ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि- ग्रेटा थनबर्ग ने टूल किट के डोकोमेंट को ट्वीट कर दिया था। हालांकि बाद में उसे डिलीट कर दिया गया था। ऐसे में उनकी कोई भूमिका सामने नहीं आ रही है। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस सुबह से ही कह रही थी कि ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
आपको बता दे कि ये सब देश में किसान आंदोलन के चलते शुरु हुआ है जब किसान आंदोलन पर मिया खलीफा और सिंगर रिहाना ने अपनी प्रतिक्रिया ट्वीट करके दी जिसके बाद दे देश के कई सितारों ने भी अपनी बात रखी और मामला धीरे-धीरे बढ़ गया।