नई दिल्ली। आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) को उनकी तीसरी
पुण्यतिथि पर श्रद्धापूर्वक याद कर रहा है पूरा देश। आज यानी 16 अगस्त 2021 को देश के पूर्व पीएम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की तीसरी पुण्यतिथि है।
इस अवसर पर दिल्ली में सदैव अटल स्मृति स्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि दी। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उनके समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
We remember his warm personality, we remember his endearing nature, we remember his wit and humour, we remember his contribution to national progress.
Atal Ji lives in the hearts and minds of our citizens. Today, on his Punya Tithi went to Sadaiv Atal and paid tributes to him. pic.twitter.com/UQUm7K3eiC
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2021
प्रखर राष्ट्रवादी, लोकप्रिय जननेता, भारतीय राजनीति में अपने आचरण से लोकतांत्रिक मूल्यों की पुनर्स्थापना करने वाले राजर्षि, पूर्व प्रधानमंत्री, 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।
आपका त्यागमय जीवन हम सभी के लिए एक महान प्रेरणा है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 16, 2021
16 अगस्त 2018 को उनका देहांत हो गया था। पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी की गिनती देश की सियासत के उन चंद नेताओं में होती है जो कभी दलगत राजनीति के बंधन में नहीं बंधे। उन्हें हमेशा ही सभी पार्टियों से भरपूर प्यार व स्नेह मिला। देश के तमाम नेता और जनता उनको याद कर रही है।
Independence Day: भारत के अलावा ये पांच देश भी हुए थे 15 अगस्त को आजाद
अटल बिहारी वाजपेयी की छवि ऐसी थी कि वे आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। वे अक्सर कहा करते थे- आप बिहारी तो मैं अटल बिहारी। ये अटल बिहारी वाजपेयी ही थे, जिन्होंने मैथिली को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कर उसे सम्मान दिलाया। उन्होंने सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) को उनके विवाह के दिन सक्रिय राजनीति में आने का आफर दिया था। फिल्मों की बात करें तो वाजपेयी जब भी पटना आते थे, यहां के अशोक सिनेमा हाल में फिल्में देखते थे।
कांग्रेस और राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट बहाल, पार्टी बोली-सत्यमेव जयते
एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता, प्रखर राजनीतिज्ञ, नि:स्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, सशक्त वक्ता, कवि, साहित्यकार, पत्रकार और बहुआयामी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति के धनी थे अटलजी। भाजपा में एक उदार चेहरे के रूप में उनकी पहचान थी वे पहली बार साल 1996 में 16 मई से 1 जून तक, 19 मार्च 1998 से 26 अप्रैल 1999 तक और फिर 13 अक्तूबर 1999 से 22 मई 2004 तक देश के प्रधानमंत्री पद पर काबिज नजर आये। वह लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उनके विचार देश के युवाओं को आज भी प्रेरित करते हैं।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।