नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना की ताकत में और इजाफा होने वाला है। रूस इस साल के अंत में भारत को S-400 Air Defence Missile System की पहली खेप दे देगा। इस मिसाइल सिस्टम को बनाने वाली रूसी डिफेंस कंपनी अलमाज-आंते के प्रमुख सीईओ व्याचेसलाव जिरकान ने यह बात कही है। जमीन से हवा में मार करने वाली इस प्रणाली के मिलने से भारत की मारक क्षमता और मजबूत हो जाएगी।
बता दें कि एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम (S-400 Air Defence Missile System) हथियार नहीं महाबली है। इसके सामने बड़े से बड़ा दुश्मन कांपने लगता है। इसके सामने किसी की भी साजिश नहीं चलती। यह आसमान से घात लगाकर आते हमलावर को पलभर में राख में बदल देता है। इसके सामने दुनिया का सबसे तेज उड़ने वाला खतरनाक फाइटर जेट F-35 भी दुम दबाकर भाग जाता है।
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क्या कुछ खास है S-400 में
1- यह मिसाइल सिस्टम एयरक्राफ्ट, क्रूज मिसाइल और यहां तक कि परमाणु मिसाइल को 400 किलोमीटर पहले ही नष्ट कर सकता है। इसके तीन प्रमुख अंग हैं जिनमें मिसाइल लॉन्चर, राडार और कमांड सेंटर शामिल है।
2- S-400 मिसाइल सिस्टम अत्याधुनिक रडारों से लैस है। इसमें लगा हुआ अत्याधुनिक राडार 600 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को देख सकता है। सेटेलाइट से कनेक्ट रहने की वजह से जरूरी सिग्नल और जानकारियां तुरंत मिलती हैं।
3- इसमें अत्याधुनिक राडार लगे होते हैं, जो दुश्मन का पता लगाते ही अपने कंट्रोल कमांड को सिग्नल भेजते हैं। इसमें टारगेट की दूरी, उसकी स्पीड समेत सभी जरूरी सूचनाएं शामिल होती हैं। इसके बाद कमांड कंट्रोल की तरफ से मिसाइल लान्च का आदेश दिया जाता है।
4- यह मिसाइल सिस्टम एक साथ 36 लक्ष्यों पर निशाना लगा सकता है। इसे पांच मिनट के अंदर तैनात किया जा सकता है। साथ ही इसको आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है।
5- S-400 एक बार में एक साथ 72 मिसाइल छोड़ सकती है और इसमें चार तरह की मिसाइलें होती हैं
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चीन-पाक को लगा बड़ा झटका
चीन-पाक इस खबर से पूरी तरफ से डरा हुआ है। इसके पहले चीन ने इसमें रोड़ा अटकाने की भी पूरी कोशिश की थी, लेकिन रूस ने उसकी मांग को ठुकरा कर साफ कर दिया था कि वह तय समय के अंदर इस मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति भारत को कर देगा। रूस की सेना में इसे 2007 में शामिल किया गया था। रूस से सबसे पहले तुर्की को इसकी आपूर्ति की थी। रूस ने इसे सीरिया में भी तैनात किया हुआ है। रूस ने चीन को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल एस-400 की आपूर्ति पर रोक लगाई है। ऐसें में अब भारत को एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल मिलना चीन और पाकिस्तान को पच नहीं रहा है।