नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Agricultural Laws) की वापसी के निर्णय में मेघालय (Meghalaya) के राज्यपाल (Governor) सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) की भूमिका भी मानी जा रही है। बीतें कुछ समय से सत्यपाल मलिक आंदोलनरत किसान संगठनों के पक्ष में खुल कर सामने आ गए थे। मलिक ने यहां तक कहा था कि – अगर इसका हल नहीं निकला तो केंद्र में मोदी सरकार (Modi Government) की वापसी नहीं होगी। कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद उन्होंने बातचीत में MSP का मुद्दा उठाया।
UP में अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे Akhilesh Yadav
प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि – अच्छा लगा कि सरकार समाधान की ओर बढ़ रही है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री और किसानों को बधाई दूंगा। प्रधानमंत्री ने उचित फैसला लिया है। किसानों को इसलिए बधाई दूंगा कि इस वर्ग ने गांधी के देश में बेहद लंबे और अहिंसक संघर्ष के बाद कामयाबी पाई हैं।
UP: नई हवा है जो BJP है वही सपा है – Congress
सत्यपाल मलिक से जब सवाल पूछा गया कि – क्या आपको लगता है कि सरकार ने बहुत देर कर दी? तो जवाब में उन्होंने कहा कि – यह सवाल आप सरकार से पूछो। निर्णय करना सरकार का काम है। सरकार ने किन परिस्थितियों में देरी की, इसका सही उत्तर सरकार ही दे पाएगी। मुझे जो कहना था मैं पहले ही कह चुका हूं।
सत्यपाल मलिक से जब एक दूसरा सवाल पूछा गया कि – आपने कहा था कि कृषि कानून के कारण मोदी सरकार फिर सत्ता में नहीं आ पाएगी ? अब इनकी वापसी की घोषणा के बाद आपका क्या कहना है ? तो जवाब में राज्यपाल मलिक ने कहा कि – जिस समय जो उचित था मैंने कहा, मैंने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के समक्ष पहले भी अपनी बात रखी थी। अब कानून वापसी के फैसले के बाद राजनीतिक नफा नुकसान या अन्य राजनीतिक सवालों का जवाब मैं नहीं दूंगा।
निष्कर्ष :-
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि – अच्छा लगा कि सरकार समाधान की ओर बढ़ रही है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और किसानों को बधाई दूंगा। प्रधानमंत्री मोदी ने उचित फैसला लिया है।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।